आप वह सब कुछ पा सकते हैं! जो आप चाहते हैं!
आप खुद सोचिये, क्या आप अपनी मर्जी से जीवन जी रहे है? क्या आप अपने
व्यवसाय में उच्चतम धन राशि प्राप्त कर रहे हे?
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अपने आलस को त्याग कर जीवन में सर्वांगीण सफलता पाएं।
नई और पुरानी की बीमारियों को कैसे ठीक करें।
स्वयं, परिवार, व्यवसाय और घर को सुरक्षित करें!
नकारात्मकता को सकारात्मकता में कैसे बदलें।
जीवित और निर्जीव को कैसे प्रभावित करें।
शक्तिशाली उपचारक जल कैसे बनाएं।
अवचेतन मन की चमत्कारी शक्ति।
अभिषेक जी को अप्रतिम आर्थिक सफलताएं मिलती चली जा रही है!
सिर्फ 1 दिन में स्वस्थ हुए!
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रेकी क्या है? रेकी जापानी भाषा का एक शब्द है जिसका अर्थ है "सर्वव्यापी जीवन शक्ति जापान की. भाषा में रे का अर्थ सर्वव्यापी (विश्वव्यापी) और की का अर्थ जीवन शक्ति है हम सभी इस जीवन शक्ति को लेकर जन्मे हैं और इसी शक्ति द्वारा जीवन जीते हैं। दुनिया की यह सर्वोच्च शक्ति है।
रेकी क्या नहीं है? रेकी कोई धर्म नहीं, इसका कोई पंथ या वर्ग नहीं, रेकी का तंत्र-मंत्र के साथ किसी प्रकार का संबंध नहीं, मैली विद्या या राक्षसी विद्या के साथ कोई संबंध नहीं, हिप्नोटिज्म (सम्मोहन) व मानस - शास्त्रीय (मनोविज्ञान) तरीकों से कोई संबंध नहीं है।
रेकी सीखने से क्या लाभ? रेकी एक लाभकारी शक्ति है, इससे किसी भी प्रकार की हानि या रिएक्शन नहीं होता। रेकी में आपके हाथों के अलावा दूसरे किसी भी प्रकार के साधन की आवश्यकत्ता न होने से अत्यंत सरल एवं प्राकृतिक उपचार (चिकित्सा) पद्धति है। रेकी शरीर की रसायनिक ग्रन्थियों, अवयवों, स्नायुयों के नवनिर्माण की प्रक्रिया को तीव्र बनाती है, शक्ति व तेज (ऊर्जा) प्रदान करती है।
राम के स्पर्श द्वारा फिर जीवित हुई अहिल्या, कृष्ण के स्पर्श से अंगविकृति से मुक्त हुआ शिशुपाल और कस की कुब्जा दासी आदि को हमारे शास्त्रों द्वारा वर्णित स्पर्श - चिकित्सा में महत्वपूर्ण दृष्टांत गिने जा सकते हैं।
ऐसे कई दृष्टांत पौराणिक शास्त्रों में दिए गए हैं। परन्तु लंदन के एक डाक्टर श्री होजिस ने एक स्पर्श चिकित्सा श्री ज्योफ वोल्डवुड की सहायता से अनेक स्पर्श चिकित्सा के प्रयोग किए। एक सब्जी के बीजों पर कुछ दिन तक नमक का पानी छांटने से बीज सड़ने लगे उन बीजों को दो हिस्सों में बांटा गया। एक हिस्से को स्पर्श चिकित्सक श्री वोल्डवुड ने अपने दोनों हाथों में रखकर स्पर्श शक्ति प्रदान की। कुछ दिनों के स्पर्श से खारे पानी द्वारा सड़े हुए बीज फिर से जीवंत बने, इतना ही नहीं उनके द्वारा अधिक उत्पादन प्राप्त हुआ। जिस दूसरे हिस्से को स्पर्श चिकित्सा का लाभ न मिल पाया वह संपूर्ण रूप से सड़कर नाश हो गए। वनस्पति पर ऐसे अनेक प्रयोग करके उन्होंने स्पर्श - चिकित्सा के परिणामों को प्रमाणित किया।
केलिफोर्निया की जे.एफ. युनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर श्री डेनियल वीर्थ ने भी स्पर्श चिकित्सा की दिशा में अनेक परीक्षण किये हैं। उन्होंने वनस्पति के बदले स्पर्श चिकित्सा का उपयोग व्यक्तियों के शरीर पर किया। एक प्रयोग द्वारा चालीस व्यक्तियों के कंधो की त्वचा का आपरेशन करके थोड़ा सा चमड़ी का टुकड़ा निकालकर आधे व्यक्तियों पर उनकी जानकारी के बिना ही स्पर्श चिकित्सा के प्रयोग करवाए गए। अन्य आधे लोगों पर दवाई व मलहम का उपयोग किया गया। कुछ दिनों के बाद पाया गया कि स्पर्श चिकित्सा वाले अन्य व्यक्तियों से पहले ही स्वस्थ हो गए। दुनिया भर में ऐसे स्पर्श चिकित्सा के कई प्रकार के प्रयोग होते रहे हैं व होते रहेंगे।
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